बजट 2024 की मुख्य विशेषताएं लाइव अपडेट
केंद्रीय बजट 2024-25 में कृषि, ग्रामीण क्षेत्रों, स्टार्ट-अप, रक्षा, बुनियादी ढांचे, डिजिटल इंडिया और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कृषि ऋण लक्ष्य को 22-25 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आय बढ़ाने के लिए “देखो अपना देश” पहल की घोषणा की गई है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गांवों में पर्यटन के बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा।
स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए आयकर लाभ प्राप्त करने के लिए निगमन की तारीख 31 मार्च, 2023 से बढ़ाकर 31 मार्च, 2024 तक करने का प्रस्ताव किया गया है। स्टार्ट-अप की शेयरधारिता में परिवर्तन पर हानियों के अग्रेनयन के लाभ को निगमन के सात वर्ष से 10 वर्ष तक प्रदान करने का प्रस्ताव किया गया है। आवासीय गृह में किए गए निवेश पर पूंजीगत लाभों से कटौती की सीमा को 2 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया गया है।
रक्षा क्षेत्र के लिए 7.5 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हथियारों और उपकरणों की खरीद के लिए आवंटन में वृद्धि की गई है।
सड़कों, रेलवे और हवाई परिवहन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 14.7 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। डिजिटल इंडिया पहल को आगे बढ़ाने के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
कुल मिलाकर, बजट 2024-25 एक संतुलित बजट है जो देश के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
केंद्रीय बजट 2024-25 की मुख्य विशेषताएं
- कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कृषि ऋण लक्ष्य को 22-25 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव।
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आय बढ़ाने के लिए “देखो अपना देश” पहल।
- वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गांवों में पर्यटन के बुनियादी ढांचे का विकास।
- स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए आयकर लाभ प्राप्त करने के लिए निगमन की तारीख 31 मार्च, 2023 से बढ़ाकर 31 मार्च, 2024 तक करने का प्रस्ताव।
- स्टार्ट-अप की शेयरधारिता में परिवर्तन पर हानियों के अग्रेनयन के लाभ को निगमन के सात वर्ष से 10 वर्ष तक प्रदान करने का प्रस्ताव।
- आवासीय गृह में किए गए निवेश पर पूंजीगत लाभों से कटौती की सीमा को 2 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव।
- रक्षा क्षेत्र के लिए 7.5 लाख करोड़ रुपये का आवंटन।
- राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हथियारों और उपकरणों की खरीद के लिए आवंटन में वृद्धि।
- सड़कों, रेलवे और हवाई परिवहन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 14.7 लाख करोड़ रुपये का आवंटन।
- डिजिटल इंडिया पहल को आगे बढ़ाने के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन।
- स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन।
- सामाजिक न्याय और अधिकारिता
- वैश्विक संदर्भ और रणनीतिक पहल
- आर्थिक और राजकोषीय प्रबंधन
- क्षेत्र-विशिष्ट पहल
- बुनियादी ढाँचा और पर्यावरण संबंधी पहल
- भविष्य का आउटलुक और ‘विकसित भारत’ विजन
अंत में, अंतरिम बजट 2024-25 2047 तक विकसित भारत की दिशा में एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ समावेशी विकास, आर्थिक स्थिरता, रणनीतिक वैश्विक स्थिति, क्षेत्र-विशिष्ट विकास, पर्यावरणीय स्थिरता और कर सुधारों पर सरकार के निरंतर फोकस को दर्शाता है।